How to use this Yantra ? (सम्पूर्ण महालक्ष्मी यंत्र का उपयोग कैसे करें ?) :
1- Installation (स्थापना)- Place the abhimantrit Sampurna Mahalaxmi Yantra in a clean and sacred space, preferably facing the east or North-East direction, as per Vastu Guidelines. वास्तु दिशानिर्देशों के अनुसार, अभिमंत्रित संपूर्ण महालक्ष्मी यंत्र को एक साफ और पवित्र स्थान पर रखें, अधिमानतः पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर।
2- Activation (सक्रियण) – Before use, the Yantra should be energized (Abhimantrit) by a qualified priest or spiritual practitioner to invoke the blessings of Goddess Mahalaxmi. उपयोग से पहले, देवी महालक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यंत्र को एक योग्य पुजारी या आध्यात्मिक चिकित्सक द्वारा अभिमंत्रित किया जाना चाहिए।
3- Worship (पूजा) – Regularly offer prayers, flowers, Incense and other offerings to the Yantra, expressing devotion and gratitude to Goddess Mahalaxmi for blessings of wealth and prosperity. धन और समृद्धि के आशीर्वाद के लिए देवी महालक्ष्मी के प्रति भक्ति और कृतज्ञता व्यक्त करते हुए, यंत्र पर नियमित रूप से पूजा, फूल, धूप और अन्य प्रसाद चढ़ाएं।
4- Meditation (ध्यान) – Meditate upon the Yantra daily, focusing on its intricate patterns and chanting the associated Mantras to deepen your connection with Goddess Mahalaxmi and attract abundance into your life. देवी महालक्ष्मी के साथ अपने संबंध को गहरा करने और अपने जीवन में प्रचुरता को आकर्षित करने के लिए प्रतिदिन यंत्र का ध्यान करें, इसके जटिल पैटर्न पर ध्यान केंद्रित करें और संबंधित मंत्रों का जाप करें।
Benefits of This Yantra (अभिमंत्रित संपूर्ण महालक्ष्मी यंत्र के लाभ) :
1- Wealth and Prosperity (धन और संवृद्धि) – Abhimantrit Sampurna Mahalaxmi Yantra is believed to attract wealth,prosperity and abundance into the lives of the worshippers,blessing them with financial stability and success. माना जाता है कि अभिमंत्रित संपूर्ण महालक्ष्मी यंत्र उपासकों के जीवन में धन, समृद्धि और प्रचुरता को आकर्षित करता है, उन्हें वित्तीय स्थिरता और सफलता का आशीर्वाद देता है।
2- Material and Spiritual Growth (आध्यात्मिक वृद्धि) – Worshiping this yantra is said to promote both material and spiritual growth,fostering a balanced and fulfilling life. ऐसा कहा जाता है कि इस यंत्र की पूजा करने से भौतिक और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा मिलता है, संतुलित और पूर्ण जीवन को बढ़ावा मिलता है।
3- Removal of Obstacles (रुकावटों को हटाना) – It helps in removing obstacles and challenges on the path to success, enabling smooth progress and favorable outcomes in endeavors. यह सफलता की राह में आने वाली बाधाओं और चुनौतियों को दूर करने, प्रयासों में सुचारू प्रगति और अनुकूल परिणाम लाने में मदद करता है।
4- Blessings of Goddess Mahalaxmi (माता महालक्ष्मी का आशीर्वाद ) – The yantra acts as a powerful medium to receive the blessings and grace of goddess Mahalaxmi, bestowing her divine protection and favor upon the devotees. यंत्र देवी महालक्ष्मी का आशीर्वाद और कृपा प्राप्त करने के लिए एक शक्तिशाली माध्यम के रूप में कार्य करता है, जिससे भक्तों को उनकी दिव्य सुरक्षा और कृपा मिलती है।
Mantras to use abhimantrit yantra (अभिमंत्रित यंत्र के साथ मंत्र) :
Mahalaxmi Mantra : “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः ।।”
Mahalaxmi Gayatri Mantra : “ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्नयै च धीमहि , तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात।।”
These mantras should be chanted with devotion and sincerity to invoke the blessings and grace of goddess Mahalaxmi for wealth,prosperity and abundance.
अतिरिक्त जानकारियां :
सम्पूर्ण महालक्ष्मी यंत्र को विश्व विख्यात काशी के विद्वान् ब्राह्मणों द्वारा अभिमंत्रित किया जाता है ।
सम्पूर्ण महालक्ष्मी यंत्र को अभिमंत्रित और सिद्ध करने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है । इस वजह से सामग्री ऑर्डर प्राप्ति से 3 दिन बाद डिस्पैच की जाएगी जिसकी सूचना मैसेज, व्हाट्सअप या कॉल द्वारा दे दी जाएगी ।
हमारी तरफ से सम्पूर्ण महालक्ष्मी यंत्र को पूर्णतः शुद्ध और अभिमंत्रित (सिद्ध) करके दिया जाता है, इसका परिणाम व्यक्ति की भावना, उद्देश्य एवं सदुपयोग पर निर्भर करता है । सम्पूर्ण महालक्ष्मी यंत्र को उपयोग करने की सम्पूर्ण विधि इसके लाभ और सम्पूर्ण जानकारियां ऊपर दी हुई हैं जिससे स्थापित करने वाले के मन में कोई संशय न रहे। पूर्ण विधि मोहिनी यंत्र के साथ ही प्रदान की जाएगी। 100 में से 99 लोगों को इसका अच्छा परिणाम मिलता है। व्यक्ति किस उद्देश्य या भावना के साथ इसे धारण करना चाहता है, यह उसकी नीयत, गृह दशाएं, भाग्य एवं प्रारब्ध पर निर्भर करता है। यदि उद्देश्य या भावना सही नहीं है और प्रकृति या भगवान् की मर्जी किसी काम में नहीं रहती है तो इसका परिणाम नहीं भी मिल पाता है। इसका परिणाम मिलना न मिलना भगवान् के हाथ में है। हम भगवान् के सेवक मात्र हैं, कर्म करना हमारा काम है फल देना ईश्वर के हाथ में है। कोई भी सामग्री या वस्तु आपकी सहायता मात्र के लिए है। पूर्णतः सामग्रियों या उपायों के अधीन न रहें, धन्यवाद ।
Disclaimer : The photo used is for illustrative purposes only. Actual content may differ from this photo.