Sale!

ब्रह्म दोष (ब्रह्म हत्या दोष) निवारण अनुष्ठान (Bramha Dosh Nivaran Anushthan Online)

Original price was: ₹246,000.00.Current price is: ₹169,920.00.

ब्रह्म दोष (ब्रह्म हत्या दोष) निवारण अनुष्ठान (Bramha Dosh Nivaran Anushthan) – 

ब्रह्मा के एक सिर को काटने के बाद, शिव को ब्रह्म हत्या का पाप लग गया था, क्योंकि ब्रह्मा की खोपड़ी उनकी हथेली से चिपकी हुई थी। इस पाप के प्रायश्चित के लिए, भगवान् शिव ने एक भिक्षुक का भेष धारण किया और काशी पहुंचने तक पूरे देश में घूमते रहे, जहां उन्हें मुक्ति प्राप्त हुई।

ब्रह्म दोष क्या होता है ? : 

सामान्यतया हम लोग यही जानते हैं कि किसी ब्राह्मण या हरिजन (चमार) की हत्या कर देने से उक्त व्यक्ति के ऊपर ब्रह्म दोष लग जाता है । लेकिन यह पूरा सत्य नहीं है। पहले तो यह जानें की ब्रह्म किसे कहते हैं, ब्रह्म मतलब जो ब्रह्म को जानने वाला है या जो ईश्वर के निकट हो वही ब्राह्मण या द्विज होता है, द्विज मतलब जिसका दूसरा जन्म होता है और वो अपने आपको ईश्वर को समर्पित कर चुका हो, दूसरों का भला चाहने और करने वाला हो, जो दूसरों का कल्याण चाहता हो ऐसे संत, पुजारी, महात्मा या सद्पुरुष जो भले ही जाति से ब्राह्मण न हों यदि हमारी वाणी से भी उन्हें दुःख हो जाय व वे आहात हो जांय तो भी ब्रम्ह दोष लग जाता है । इसका अर्थ यही हुआ कि ऐसे सद्पुरुषों की हत्या मात्र से ही सिर्फ ब्रह्म दोष नहीं लगता बल्कि हमारे द्वारा किसी भी प्रकार से उन्हें शारीरिक या मानसिक कष्ट हो जाय तो भी ब्रह्म दोष लग जाता है। 

ब्रह्म हत्या दोष से व्यक्ति को बचना चाहिए क्योंकि ब्रह्म हत्या को सबसे बड़ा पाप माना गया है और जिस व्यक्ति को ब्रह्म हत्या दोष लग जाता है उसका जीवन नर्क बन जाता है और जब तक उस दोष का निवारण न हो जाय जन्म – जन्मांतर तक उसे इसकी सजा भुगतनी पड़ती है । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ब्रह्म हत्या दोष से प्रभावित लोगों के जीवन पर विशेष रूप से नकारात्मक असर देखने को मिलता है. ब्रह्म हत्या दोष के कारण व्यक्ति को करियर में तरक्की नहीं मिल पाती. साथ ही, मन में हमेशा निराशा का भाव बना रहता है. वहीं, जिन विवाहित जातकों की कुंडली में ब्रह्म हत्या दोष होता है, उन्हें संतान प्राप्ति में बाधा उत्पन्न होती है. 

इतना ही नहीं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार : 

– ब्रह्म हत्या दोष से पीड़ित जातकों को जीवन में आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में अगर व्यक्ति धन कमाता भी है, तो वो टिकता नहीं है.  

– ब्रह्म हत्या दोष के कारण व्यक्ति के परिवार के लोगों के साथ अच्छे और मधुर संबंध नहीं होते. 

– वहीं, ब्रह्म हत्या से प्रभावित जातकों में ज्ञान का भी अभाव होता है. 

– इसके साथ ही, जिन लोगों की कुंडली में ब्रह्म हत्या दोष होता है, उन्हें सेहत से जुड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है. 

Brahma Dosha (Brahma Hatya Dosha) Removal Ritual –

After cutting off one of Brahma’s heads, Lord Shiva incurred the sin of Brahma Hatya because Brahma’s head was stuck to his palm. To atone for this sin, Lord Shiva took on the disguise of a beggar and wandered throughout the country until reaching Kashi (Varanasi), where he attained liberation.

What is Brahma Dosha?

Generally, we believe that killing a Brahmin or a lower caste (Chamar) leads to Brahma Dosha. However, this is not entirely true. First, it’s important to understand who is considered Brahmin – a Brahmin is someone who understands the supreme reality, who is close to God, a twice-born who has dedicated themselves to God, who desires and does good for others, who wishes for the welfare of others, a saint, a priest, a great person, or a good person who is not Brahmin from caste but from caste from where we suffer is even hurt from encounter with suffer that Such persons are affected, As

 

Quantity

Remedy for Brahminicide Dosha:

The remedy for Brahminicide (Brahm Hatya Dosh) is performed through specific measures as prescribed in astrology. By adhering to these remedies, a person can obtain liberation from Brahminicide Dosha. Here are some prominent remedies:

  1. Punya Karya Vrata (Vow of Meritorious Acts): In this vow, a person regularly performs religious rituals and charitable deeds. This vow is undertaken as a form of penance for Brahminicide Dosha.
  1. Ashwamedha Yajna: Performing this Yajna can expiate sins, including Brahminicide Dosha, if included. 
  1. Brahminicide Dosha Removal Puja: This puja involves special chanting of mantras and charitable acts to mitigate the effects of Brahminicide Dosha. It is conducted as an act of penance.
  1. Pilgrimage (Tirth Yatra): Journeying to specific pilgrimage sites can also serve as expiation for Brahminicide Dosha. Pilgrimages cleanse sins through dedication and purity.
  1. Chanting Specific Mantras: Chanting certain mantras, guided by a guru, can also provide relief from Brahminicide Dosha.

These remedies should be undertaken under the guidance of a Vedic astrologer or a knowledgeable priest. Along with performing these remedies, it is essential to maintain regular religious observances and charitable deeds.

Special rituals are conducted by learned Brahmins in Kashi for the remedy of Brahminicide Dosha.

With our online platform, you can:

– Book personal sessions: Schedule the Anushthan according to your convenience. Detailed instructions from knowledgeable priests from Kashi will be provided a few days before the scheduled date, allowing you to participate from anywhere in the world with ease.

– Experienced Priests: Our team of experienced and knowledgeable priests ensures the sacredness and purity of the Anushthan, conducting the rituals with devotion and sincerity.

– Virtual Participation: Engage in the Anushthan from the comfort of your home through live streaming or virtual platforms, experiencing the divine atmosphere and blessings during the ritual.

– Global Reach: Our online service enables devotees from around the world to participate in the auspiciousness of the Anushthan. Many devotees desire to organize an Anushthan in Kashi by Kashi’s priests, but due to circumstances, their wish remains in their mind. The IT Cell of Kashipuram organizes your Anushthan with so much ease and convenience that devotees do not even realize that they are participating in the ritual sitting thousands of kilometers away. 

For more information, contact us at the numbers provided below : 

+91 7007301452 | +91 7839896322 

Thank you !

ब्रह्म हत्या दोष का निवारण :

ब्रह्म हत्या दोष का निवारण ज्योतिष शास्त्र में विशेष उपायों द्वारा किया जाता है। इन उपायों का पालन करने से व्यक्ति ब्रह्म हत्या दोष से मुक्ति प्राप्त कर सकता है। यहां कुछ प्रमुख उपाय दिए जा रहे हैं:

  1. पुण्य काम्या व्रत (Punya Karya Vrata): इस व्रत में व्यक्ति नियमित रूप से धार्मिक क्रियाएँ और दान-धर्म करता है। यह व्रत ब्रह्म हत्या दोष के प्रायश्चित के रूप में किया जाता है।
  1. अश्व मेध यज्ञ (Ashwamedha Yajna): इस यज्ञ को करने से व्यक्ति के पापों का प्रायश्चित किया जा सकता है, जिसमें ब्रह्म हत्या दोष भी शामिल हो सकता है।
  1. ब्रह्म हत्या दोष निवारण पूजा: इस पूजा में विशेष तरीके से मन्त्र जाप और दान-धर्म करके ब्रह्म हत्या दोष के प्रभाव को दूर किया जाता है। यह पूजा प्रायश्चित के रूप में की जाती है।
  1. तीर्थ यात्रा (Pilgrimage): कुछ विशेष तीर्थ स्थलों पर जाकर यात्रा करने से भी ब्रह्म हत्या दोष का प्रायश्चित हो सकता है। तीर्थ यात्रा में समर्पण और शुद्धि के भाव से पापों का निवारण होता है।
  1. विशेष मन्त्र जाप: कुछ विशेष मन्त्रों का जाप भी ब्रह्म हत्या दोष से मुक्ति प्रदान कर सकता है। ये मन्त्र गुरु के मार्गदर्शन में उच्चारित किए जाते हैं।

इन उपायों को ज्योतिष विशेषज्ञ या पंडित के साथ सम्पर्क करके उचित रूप से करना चाहिए। इसके अलावा, ब्रह्म हत्या दोष का उपाय करते समय नियमित धार्मिक और दान-धर्म का भी ध्यान रखना चाहिए।

ब्रह्म हत्या दोष के निवारण हेतु काशी के विद्वान् ब्राह्मणों द्वारा विशेष प्रकार के अनुष्ठान आयोजित किये जाते हैं ।  

हमारे ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के साथ, आप :

व्यक्तिगत सत्र बुक कर सकते हैं : अपनी सुविधा के अनुसार अनुष्ठान की तिथि निर्धारित करें । निर्धारित तिथि से 2 – 3 दिन पहले अनुष्ठान आयोजित करने वाले काशी के विद्वान् पंडित जी द्वारा दिए गए निर्देश आपके पास भेज दिए जाएंगे ताकि आप विश्व में जहां कहीं भी हों, ऑनलाइन अनुष्ठान के दौरान अपने संकल्प को लेकर ईश्वर के समक्ष आप सहजता से प्रस्तुत हों। 

अनुभवी पंडित: अनुष्ठान की पवित्रता और शुद्धता को बनाए रखते हुए हमारी अनुभवी और ज्ञानी पंडितों की टीम अनुष्ठान के सत्य और हृदय से किए गए पाठ की सुनियोजित और भावपूर्ण पठन सुनिश्चित करती है। 

वर्चुअल प्रतिभागी: लाइव स्ट्रीमिंग या वर्चुअल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से (जिसमें आप सहज हों), अपने घर की सुविधा अनुसार अनुष्ठान में भाग लें, अनुष्ठान के दौरान भगवान की आनंदमय वातावरण और आशीर्वाद का अनुभव करें।

वैश्विक पहुंच: हमारी ऑनलाइन सेवा दुनिया भर के भक्तों को अनुष्ठान की शुभता में भाग लेने की संभावना प्रदान करती है । काशी के विद्वान पण्डितों द्वारा काशी में अनुष्ठान की महत्ता ऐसी है कि दुनिया भर के सनातनी कोई न कोई अनुष्ठान काशी के पण्डितों द्वारा काशी में आयोजित कराना चाहते हैं, लेकिन परिस्थियां अनुकूल न होने कारण उनकी मन की ईच्छा मन में ही रह जाती है। काशीपुरम का IT Cell आपके अनुष्ठान को इतनी सहजता और सुगमता से आयोजित कराता है कि भक्तों को इस बात का एहसास ही नहीं होता है कि वे हजारों किलोमीटर दूर बैठकर अनुष्ठान में सम्मिलित हैं । 

अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए नंबरों पर कॉल या व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क करें। 

+91 7007301452 | +91 7839896322

धन्यवाद !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Sign in to your account

Sign up to your account

error: Content is protected !!