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हनुमान जी का तंत्रोक्त अनुष्ठान (Tantrokt Anushthan of Hanuman Ji Online)

Original price was: ₹71,500.00.Current price is: ₹51,684.00.

The tantric ritual of Hanuman Ji performed by Brahmin priests is a special religious and tantric process conducted with specific rites to worship Hanuman Ji. This ritual is aimed at the spiritual advancement, strength, and protection of the practitioner. Specifically, this ritual is conducted for purposes such as remedying ailments, enchanting (vashikaran), exorcising (uchchatan), or harming (maran). 

If the purpose of harming (maran) is beyond the understanding of the Brahmin priest, the priest will remove the intention of harming from the ritual. The practitioner must provide detailed reasons for why they want to conduct the ritual for harming.

हनुमान जी का तंत्रोक्त अनुष्ठान (Tantrokt  Anushthan of Hanuman Ji) – 

ब्राह्मण पुरोहितों द्वारा हनुमान जी का तांत्रिक अनुष्ठान एक विशेष धार्मिक और तांत्रिक प्रक्रिया होती है, जो हनुमान जी की पूजा के लिए ब्राह्मण पुरोहितों द्वारा विधिपूर्वक की जाती है। यह अनुष्ठान साधक की आध्यात्मिक उन्नति, शक्ति और सुरक्षा के लिए किया जाता है। विशेषतः यह अनुष्ठान सर्वरोग निवारण, वशीकरण, उच्चाटन या मारण हेतु आयोजित कराया जाता है । यदि मारण हेतु यजमान का उद्देश्य ब्राह्मण पुरोहित के समझ से परे होगा तो पुरोहित द्वारा मारण उद्देश्य हटा दिया जाएगा। यजमान को विस्तार से बताना होगा कि वह मारण हेतु यह अनुष्ठान क्यों आयोजित कराना चाहता है ।

 

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Detailed Information in English : 

Hanuman Ji’s Tantric Ritual: Procedure and Process

  1. Preparation and Location Selection:

   – Location: Choose a sacred and tranquil place for the ritual, such as a temple or a dedicated prayer area. This location should be sanctified by the Brahmin priests.

   – Timing: Select an appropriate time for the tantric ritual, such as Tuesday or Saturday, which are considered auspicious days for worshipping Hanuman Ji.

  1. Ritual Materials:

   – Hanuman Ji’s Idol or Image

   – Kalash and its Accompaniments: Water, mango leaves, coconut

   – Diya and Incense Sticks

   – Chandan, Sindoor, Flowers

   – Naivedya (Offering): Laddus, barfis, fruits

   – Tantric Instruments: Hanuman Yantra or other tantric instruments

   – Books: Hanuman Chalisa, Sundarkand, Tantra-mantra texts

  1. Ritual Procedure:
  1. Location and Attire:

      – Clean the ritual space and wear sacred attire.

  1. Kalash Installation:      – Place the kalash at a designated spot. Fill the kalash with water, add mango leaves and a coconut. Sanctify

         the kalash with mantras and perform its worship.

  1. Worship of Hanuman Ji:

      – Bathe the idol or image of Hanuman Ji and dress it appropriately.

      – Offer chandan, sindoor, and flowers.

  1. Tantric Instrument Installation:

      – Set up the Hanuman Yantra at the ritual site. Perform an anointing of the yantra with sacred water and 

        flowers.

  1. Mantra Chanting and Practice:

      – The Brahmin priests will chant specific mantras for Hanuman Ji, such as “Om Hanumate Namah,” “Om Shri    

         Hanumate Namah,” or other tantric mantras.

      – Use a japa mala (prayer beads) for mantra recitation.

  1. Offering and Naivedya:

      – Offer naivedya to Hanuman Ji, including special items like laddus, barfis, and fruits.

  1. Aarti and Worship:

      – Perform aarti for Hanuman Ji. Rotate the lamp in all directions and offer prayers after the ritual.

  1. Practice and Meditation:

      – Conclude the ritual with meditation and reflection. Seek blessings from Hanuman Ji and pray for his grace.

  1. Post-Ritual:

   – Distribution of Prasad: Distribute the prasad from the ritual to the devotees, allowing everyone to experience its sanctity.

   – Offering Thanks: Express gratitude to Hanuman Ji and the Brahmin priests.

   – Meditation and Peace: Experience meditation and peace after the ritual.

With our online platform, you can:

– Book personal sessions: Schedule the Anushthan according to your convenience. Detailed instructions from knowledgeable priests from Kashi will be provided a few days before the scheduled date, allowing you to participate from anywhere in the world with ease.

– Experienced Priests: Our team of experienced and knowledgeable priests ensures the sacredness and purity of the Anushthan, conducting the rituals with devotion and sincerity.

– Virtual Participation: Engage in the Anushthan from the comfort of your home through live streaming or virtual platforms, experiencing the divine atmosphere and blessings during the ritual.

– Global Reach: Our online service enables devotees from around the world to participate in the auspiciousness of the Anushthan. Many devotees desire to organize an Anushthan in Kashi by Kashi’s priests, but due to circumstances, their wish remains in their mind. The IT Cell of Kashipuram organizes your Anushthan with so much ease and convenience that devotees do not even realize that they are participating in the ritual sitting thousands of kilometers away. 

For more information, contact us at the numbers provided below : 

+91 7007301452 | +91 7839896322 

Thank you !

Detailed Information in Hindi : 

ब्राह्मण पुरोहितों द्वारा हनुमान जी का तांत्रिक अनुष्ठान एक विशेष धार्मिक और तांत्रिक प्रक्रिया होती है, जो हनुमान जी की पूजा के लिए ब्राह्मण पुरोहितों द्वारा विधिपूर्वक की जाती है। यह अनुष्ठान साधक की आध्यात्मिक उन्नति, शक्ति और सुरक्षा के लिए किया जाता है। विशेषतः यह अनुष्ठान सर्वरोग निवारण, वशीकरण, उच्चाटन या मारण हेतु आयोजित कराया जाता है । यदि मारण हेतु यजमान का उद्देश्य ब्राह्मण पुरोहित के समझ से परे होगा तो पुरोहित द्वारा मारण उद्देश्य हटा दिया जाएगा। यजमान को विस्तार से बताना होगा कि वह मारण हेतु यह अनुष्ठान क्यों आयोजित कराना चाहता है ?  

Detailed Description in Hindi :

हनुमान जी का तंत्रोक्त अनुष्ठान : विधि और प्रक्रिया

  1. तैयारी और स्थान चयन:

– स्थान का चयन: अनुष्ठान के लिए एक पवित्र और शांति वाले स्थान का चयन करें, जैसे मंदिर या विशेष पूजा स्थल। यह स्थान ब्राह्मण पुरोहितों द्वारा पवित्र किया जाना चाहिए।

– समय का चयन: तांत्रिक अनुष्ठान के लिए उचित समय का चयन करें, जैसे मंगलवार या शनिवार, जो हनुमान जी के पूजन के लिए शुभ दिन होते हैं।

  1. पूजा की सामग्री:

– हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र

– कलश और उसके साथ सामग्री: जल, आम के पत्ते, नारियल

– दीपक और अगरबत्तियाँ

– चंदन, सिंदूर, फूल

– नैवेद्य (भोग): लड्डू, बर्फी, फल

– तंत्र यंत्र: हनुमान यंत्र या अन्य तांत्रिक यंत्र

– पुस्तकें: हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, तंत्र-मंत्र की किताबें

  1. अनुष्ठान की विधि:
  1. स्थान और वस्त्र:

   – पूजा स्थल को स्वच्छ करें और पवित्र वस्त्र पहनें।

  1. कलश स्थापना:

   – एक विशेष स्थान पर कलश स्थापित करें। कलश को जल से भरें, आम के पत्ते और नारियल रखें। कलश को मंत्रों से पवित्र करें और उसकी पूजा करें।

  1. हनुमान जी की पूजा:

   – हनुमान जी की प्रतिमा को स्नान कराएं और वस्त्र पहनाएं। 

   – चंदन, सिंदूर, और फूल अर्पित करें। 

  1. तंत्र यंत्र स्थापना:

   – हनुमान यंत्र को पूजा स्थल पर स्थापित करें। यंत्र को पवित्र जल और पुष्प से अभिषेक करें।

  1. मंत्र जाप और साधना:

   – ब्राह्मण पुरोहित हनुमान जी के विशेष मंत्रों का जाप करेंगे, जैसे “ॐ हनुमते नमः”, “ॐ श्री हनुमते नमः”, या तांत्रिक मंत्र। 

   – मंत्रों की गणना के लिए जप माला का उपयोग करें।

  1. नैवेद्य और भोग अर्पण:

   – हनुमान जी को नैवेद्य अर्पित करें। इसमें विशेष रूप से लड्डू, बर्फी, और फल शामिल करें।

  1. आरती और पूजन:

   – हनुमान जी की आरती करें। दीपक को चारों दिशाओं में घुमाएं और पूजा की समाप्ति के बाद प्रार्थना करें।

  1. साधना और ध्यान:

   – अनुष्ठान के अंत में साधना और ध्यान करें। हनुमान जी से आशीर्वाद प्राप्त करें और उनकी कृपा की कामना करें।

  1. अनुष्ठान के बाद:

– प्रसाद वितरण: पूजा के प्रसाद को भक्तों में वितरित करें और सभी को पवित्रता का अनुभव कराएं।

– धन्यवाद अर्पित करें: हनुमान जी और ब्राह्मण पुरोहितों को धन्यवाद अर्पित करें।

– ध्यान और शांति: अनुष्ठान के बाद ध्यान और शांति का अनुभव करें।

हमारे ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के साथ, आप :

व्यक्तिगत सत्र बुक कर सकते हैं : अपनी सुविधा के अनुसार अनुष्ठान की तिथि निर्धारित करें । निर्धारित तिथि से 2 – 3 दिन पहले अनुष्ठान आयोजित करने वाले काशी के विद्वान् पंडित जी द्वारा दिए गए निर्देश आपके पास भेज दिए जाएंगे ताकि आप विश्व में जहां कहीं भी हों, ऑनलाइन अनुष्ठान के दौरान अपने संकल्प को लेकर ईश्वर के समक्ष आप सहजता से प्रस्तुत हों। 

अनुभवी पंडित: अनुष्ठान की पवित्रता और शुद्धता को बनाए रखते हुए हमारी अनुभवी और ज्ञानी पंडितों की टीम अनुष्ठान के सत्य और हृदय से किए गए पाठ की सुनियोजित और भावपूर्ण पठन सुनिश्चित करती है। 

वर्चुअल प्रतिभागी: लाइव स्ट्रीमिंग या वर्चुअल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से (जिसमें आप सहज हों), अपने घर की सुविधा अनुसार अनुष्ठान में भाग लें, अनुष्ठान के दौरान भगवान की आनंदमय वातावरण और आशीर्वाद का अनुभव करें।

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