अभिमंत्रित त्रिगुंजा की माला (Garland of Trigunja)

1,350.00

“त्रिगुंजा की माला” की माला हिन्दू धर्म में एक प्रकार की जपमाला होती है जिसमें तीनों धर्मों (हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई) के मंत्रों के माला होती हैं। इस माला में एक माला में तीनों धर्मों के मंत्र अनुक्रमणिका के अनुसार बारी-बारी से बांधे जाते हैं। इसके माध्यम से धार्मिक सहिष्णुता और सांस्कृतिक एकता का संदेश दिया जाता है।

हिन्दू धर्म में त्रिगुंजा की माला का महत्व यह है कि यह धर्मिक समानता और सहिष्णुता का प्रतीक है। इसमें तीनों प्रमुख धर्मों के मंत्रों को समाहित कर माला बनाई जाती है, जिससे यह दिखाया जाता है कि सभी धर्म एक ही ईश्वर की ओर जाते हैं और सभी धर्मों में एकता और समानता होती है। यह भारतीय समाज में धार्मिक तालमेल को बढ़ावा देने का भी संकेत है और समाज को धार्मिक समृद्धि के माध्यम से एकत्रित करने का प्रयास करता है।

“Trigunja Ki Mala” is a type of prayer beads in Hinduism that contains rosaries of mantras from all three religions (Hindu, Muslim, Christian) arranged sequentially. In this mala, beads representing mantras from all three religions are strung in order, conveying a message of religious tolerance and cultural unity.

In Hinduism, the significance of Trigunja Ki Mala lies in its representation of religious equality and tolerance. By incorporating mantras from the three major religions, it illustrates that all religions lead to the same divine and emphasize unity and equality among all faiths. It also signifies an effort to promote religious harmony within Indian society and aims to bring the community together through spiritual enrichment.

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Product Description in Hindi : 

त्रिगुंजा की माला के धारण करने के कई लाभ हो सकते हैं और इसे धारण करने की विधि निम्नलिखित हो सकती है:

लाभ :

  1. धार्मिक समानता के प्रतीक : त्रिगुंजा की माला का धारण करना धर्मों के बीच समरसता और समानता का प्रतीक होता है। यह धर्मों के बीच सांस्कृतिक एकता और सहिष्णुता को प्रदर्शित करता है।
  2. धार्मिक अभ्यास का माध्यम : त्रिगुंजा की माला का धारण करना धार्मिक अभ्यास को बढ़ावा देता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।
  3. ध्यान और शांति : मंत्रों का जप करते समय मानसिक शांति, स्थिरता और ध्यान में सुधार होता है। त्रिगुंजा की माला का जप करने से ध्यान की स्थिति में प्रवेश करने में मदद मिलती है।
  4. समाज में धार्मिक सहिष्णुता के प्रति योगदान : इसे धारण करने से धर्मों के बीच समरसता और सम्मान की भावना फैलती है, जो समाज में धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देता है।

धारण करने की विधि :

  1. माला का चयन : त्रिगुंजा की माला में हर माला में तीनों धर्मों के मंत्र होते हैं। इसलिए, पहले त्रिगुंजा की माला का चयन करें जिसमें संयोजन के समानांतर रहे।
  2. ध्यान और मंत्रों का जप : माला को अपने अंगूठे और मध्य उंगली के बीच में रखें। अपने दायें हाथ के अंगूठे को माला पर रखें और माला के मंत्रों का जप करें।
  3. मंत्रों का संचालन : प्रत्येक माला पर मंत्रों को एक बार बोलें या मनसिक रूप से जप करें, फिर अगली माला पर दूसरा मंत्र और तीसरे माला पर तीसरा मंत्र बोलें।
  4. नियमितता : त्रिगुंजा की माला का नियमित रूप से धारण करने से उसके लाभ प्राप्त करने में मदद मिलती है। दिन में निश्चित समय निर्धारित करें जब आप ध्यान और मंत्रों का जप कर सकते हैं।
  5. समाप्ति : अपने जप सत्र को समाप्त करने के बाद माला को शुद्ध रखें और अपने शांति और आनंद के साथ अपने दैनिक गतिविधियों में लौटें।

त्रिगुंजा की माला का धारण ध्यान, समर्पण और समरसता की भावना को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है, जो हमारे धार्मिक और सामाजिक जीवन में महत्वपूर्ण है।

अतिरिक्त जानकारियां –

  • हमारे द्वारा त्रिगुंजा की माला शुद्ध करने के बाद काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग से स्पर्श कराकर विश्व विख्यात काशी के विद्वान ब्राह्मणों द्वारा अभिमंत्रित करके दी जाती है ।
  • त्रिगुंजा की माला को अभिमंत्रित और सिद्ध करने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है । इस वजह से सामग्री ऑर्डर प्राप्ति से 3 दिन बाद डिस्पैच की जाएगी जिसकी सूचना मैसेज, व्हाट्सअप या कॉल द्वारा दे दी जाएगी ।
  • हमारी तरफ से त्रिगुंजा की माला को पूर्णतः शुद्ध और अभिमंत्रित (सिद्ध) करके दिया जाता है, इसका परिणाम व्यक्ति की भावना, उद्देश्य एवं सदुपयोग पर निर्भर करता है । त्रिगुंजा की माला को धारण करने की सम्पूर्ण विधि इसके लाभ और सम्पूर्ण जानकारियां ऊपर दी हुई हैं जिससे स्थापित करने वाले के मन में कोई संशय न रहे। 100 में से 99 लोगों को इसका अच्छा परिणाम मिलता है। व्यक्ति किस उद्देश्य या भावना के साथ इसे धारण करना चाहता है, यह उसकी नीयत, गृह दशाएं, भाग्य एवं प्रारब्ध पर निर्भर करता है। यदि उद्देश्य या भावना सही नहीं है और प्रकृति या भगवान् की मर्जी किसी काम में नहीं रहती है तो इसका परिणाम  नहीं भी मिल पाता है। इसका परिणाम मिलना न मिलना भगवान् के हाथ में है। हम भगवान् के सेवक मात्र हैं, कर्म करना हमारा काम है फल देना ईश्वर के हाथ में है। कोई भी सामग्री या वस्तु आपकी सहायता मात्र के लिए है। पूर्णतः सामग्रियों या उपायों के अधीन न रहें, धन्यवाद । 

Disclaimer : The photo used is for illustrative purposes only. Actual content may differ from this photo.

Product Description in English : 

Benefits of “Trigunja Ki Mala” and its method of use may include:

Benefits:

  1. Symbol of Religious Equality: Holding “Trigunja Ki Mala” signifies harmony and equality among religions. It demonstrates cultural unity and tolerance between religions.
  2. Medium for Spiritual Practice: Using “Trigunja Ki Mala” enhances religious practices and helps in focusing meditation.
  3. Meditation and Peace: Chanting mantras during meditation brings mental peace, stability, and improves the state of meditation. Using “Trigunja Ki Mala” aids in entering a meditative state.
  4. Contribution to Religious Tolerance in Society: Holding it promotes harmony and respect among religions, enhancing religious tolerance in society.

Method of Use:

  1. Selection of Mala: Choose a “Trigunja Ki Mala” where beads are arranged in parallel with the sequence of mantras from all three religions.
  2. Focus and Chanting of Mantras: Place the mala between the index finger and middle finger. Place your right thumb on the index finger and chant the mantras of the mala.
  3. Recitation of Mantras: Recite each mantra once on each bead or mentally, starting with the first mantra on the first bead, the second mantra on the second bead, and the third mantra on the third bead.
  4. Regularity: Regularly holding “Trigunja Ki Mala” helps in reaping its benefits. Determine a specific time during the day for meditation and chanting mantras.
  5. Conclusion: After completing your chanting session, keep the mala clean and return to your daily activities with peace and joy.

Holding “Trigunja Ki Mala” can help promote meditation, devotion, and harmony, which are essential in our religious and social lives.

Additional Information –

After purifying “Trigunja Ki Mala” by us, it is touched to the Kashi Vishwanath Jyotirlinga and then consecrated by renowned Brahmins from Kashi. It may take 2 to 3 days to consecrate and empower the “Trigunja Ki Mala”. Due to this, the dispatch will be done 3 days after receiving the order, and you will be notified through message, WhatsApp, or call.

We provide “Trigunja Ki Mala” fully purified and consecrated (empowered) by us. Its effectiveness depends on the individual’s feelings, intentions, and proper use. The complete method of holding “Trigunja Ki Mala”, its benefits, and all details have been provided above so that there are no doubts in the mind of the user. 99 out of 100 people experience positive results from it. The outcome depends on the person’s intentions, current circumstances, destiny, and karma. If the intention or sentiment is not correct, or if it is not in accordance with nature or the will of God, the result may not be achieved. Whether the result is achieved or not is in the hands of God. We are mere servants of God; performing our duty is our task, and delivering the result is in the hands of the Divine. Any material or object is only for your assistance. Do not be dependent solely on materials or methods. Thank you.

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