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12 Mukhi Rudraksh (अभिमंत्रित 12 मुखी रुद्राक्ष मनका)

Original price was: ₹18,000.00.Current price is: ₹10,301.00.

The 12 Mukhi Rudraksha symbolizes the power of the twelve Adityas and Lord Surya (Sun). Wearing it helps attain high positions in politics and brings wealth, prosperity, and abundance in life. It reduces stress and suffering, providing mental peace. Additionally, it eliminates all defects related to the Sun planet.

12 मुखी रुद्राक्ष बारह आदित्यों और भगवान सूर्य की शक्ति का प्रतीक है। इसे धारण करने से राजनीति में उच्च पद प्राप्ति और जीवन में धन, ऐश्वर्य, व समृद्धि आती है। यह तनाव और पीड़ा को कम कर मानसिक शांति प्रदान करता है। साथ ही, सूर्य ग्रह से जुड़े दोषों को समाप्त करता है।

Quantity

The 12 Mukhi Rudraksha is believed to offer numerous benefits:  

  1. Wearing the 12 Mukhi Rudraksha provides relief from diseases.  
  2. It is beneficial for skin and eye-related ailments.  
  3. It helps in bone disorders and joint pain.  
  4. It pacifies Rahu and mitigates the malefic effects of the Sun in the horoscope.  
  5. It boosts self-confidence and helps overcome depression and stress.  
  6. It removes fears from the mind.  
  7. It increases energy and helps maintain youthfulness.  
  8. It enhances the radiance and brilliance of the Sun.  
  9. It makes the wearer fearless and powerful.  
  10. It aids in attaining high positions in political life.  
  11. If enemies cause repeated trouble, the 12 Mukhi Rudraksha provides protection against them.  

How to Wear 12-Mukhi Rudraksha:

To derive the maximum benefit from the 12-mukhi Rudraksha, it should be worn correctly. Here’s how to do it:

1. Selection and Purification:

Purchase: 

Ensure that the 12-mukhi Rudraksha is purchased from a reliable and certified seller.

Purification: 

After bringing the Rudraksha home, cleanse it by bathing it in Gangajal (sacred river water) or pure water. This process is believed to purify and sanctify it.

2. Worship and Abhishekam:

Abhishekam: 

Place the Rudraksha at a worship place and perform its abhishekam (ritual bathing) with cow’s milk, honey, Gangajal, or Panchamrit (a mixture of milk, curd, ghee, honey, and sugar).

Worship: 

Recite mantras and perform meditation while worshiping the Rudraksha. Use mantras like “Om Namah Shivaya” or “Om Hreem Kleem Mahadevaya Namah”. Place the Rudraksha on a clean cloth, and offer light (diya) and flowers during the ritual.

3. Wearing Procedure:

Cleanliness: 

Before wearing the Rudraksha, ensure that you have bathed and are completely clean.

Auspicious Time: 

Wear the Rudraksha early in the morning, preferably at sunrise, or during an auspicious time. Monday is considered particularly auspicious for wearing it.

Method of Wearing: 

The Rudraksha can be worn on the right wrist or around the neck, threaded on a cotton or red string. Wear it with freshness and devotion.

4. Meditation and Practice:

Meditation: 

After wearing the Rudraksha, spend some time in meditation and spiritual practice. It can be removed during meditation and placed at the worship place.

Routine:

Use the Rudraksha regularly during meditation and worship. Avoid placing it in impure or disrespectful locations.

5. Special Attention:

True Devotion: 

The most important aspect of wearing the Rudraksha is genuine devotion and belief. It should be worn regularly with focused attention and prayer.

Personal Use: 

Ensure that only one person wears the Rudraksha and do not share it with others.

Conclusion:

Wearing the 12-mukhi Rudraksha correctly can provide significant religious, spiritual, and physical benefits. With genuine devotion and reverence, it brings peace, prosperity, and strength into one’s life.

Additional Information :

  • The 12-faced Rudraksha bead is consecrated by touching it to the sacred Jyotirlinga at Kashi Vishwanath Dham and is then blessed by the renowned scholars of Kashi. This process bestows it with special power and beneficial energy.
  • It may take 3 to 4 days to consecrate and empower the 12-faced Rudraksha bead. Therefore, the materials will be dispatched 7 days after the order is received. You will be informed about this process via message, WhatsApp, or call.
  • On our part, the 12-faced Rudraksha bead is completely purified and consecrated (empowered). However, its results depend on the individual’s intention and purpose. Therefore, it is essential for the purpose to be correct; otherwise, the desired results may not be achieved. The outcome is in the hands of God.

 

Detailed Information in Hindi : 

12 मुखी रुद्राक्ष के कई फ़ायदे माने जाते हैं: 

1 – 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से रोगों से मुक्ति मिलती है. 

2 – 12 मुखी रुद्राक्ष त्वचा और नेत्र संबंधी रोगों में फ़ायदेमंद होता है. 

3 – 12 मुखी रुद्राक्ष हड्डी के रोगों और जोड़ों के दर्द में भी फ़ायदेमंद होता है. 

4 – 12 मुखी रुद्राक्ष राहु की शांति करता है और जन्म कुंडली में सूर्य के दुष्प्रभावों को दूर करता है. 

5 – 12 मुखी रुद्राक्ष आत्मविश्वास बढ़ाता है और डिप्रेशन और तनाव को दूर करता है. 

6 – 12 मुखी रुद्राक्ष मन के भय को दूर करता है. 

7 – 12 मुखी रुद्राक्ष ऊर्जा बढ़ाता है और युवा बनाए रखता है. 

8 – 12 मुखी रुद्राक्ष सूर्य की चमक और तेज बढ़ाता है. 

9 – 12 मुखी रुद्राक्ष निडर और शक्तिशाली बनाता है.

10 – 12 मुखी रुद्राक्ष राजनीतिक जीवन में उच्च पद प्राप्त करने में सहायता करता है।

11 – यदि शत्रु बार-बार बाधा उत्पन्न कर रहा हो, तो 12 मुखी रुद्राक्ष शत्रुओं से सुरक्षा प्रदान करता है।

12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने की विधि:

12 मुखी रुद्राक्ष को सही तरीके से धारण करने से इसका अधिकतम लाभ प्राप्त किया जा सकता है। यहाँ इसके धारण करने की विधि का विवरण प्रस्तुत है:

1. चयन और शुद्धिकरण:

रुद्राक्ष की खरीदारी: 

सुनिश्चित करें कि 12 मुखी रुद्राक्ष की खरीदारी एक विश्वसनीय और प्रमाणित विक्रेता से की जाए।

शुद्धिकरण: 

रुद्राक्ष को घर लाने के बाद, इसे गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं। इससे इसे शुद्ध और पवित्र माना जाता है।

2. पूजा और अभिषेक:

अभिषेक: 

रुद्राक्ष को पूजा स्थल पर रखकर, इसका अभिषेक गाय के दूध, शहद, गंगाजल या पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से करें।

पूजा: 

रुद्राक्ष की पूजा के लिए ध्यान और मंत्र जप करें। विशेष रूप से, “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ ह्लीं क्लीं महादेवाय नमः” जैसे मंत्रों का जप करें। पूजा के दौरान, रुद्राक्ष को एक शुद्ध वस्त्र पर रखें और दीपक और फूल अर्पित करें।

3. पहनने की विधि:

स्नान और स्वच्छता: 

रुद्राक्ष को पहनने से पहले, अपने शरीर को स्नान करके पूरी तरह से स्वच्छ करें।

सर्वोत्तम समय: 

रुद्राक्ष को सुबह-सुबह सूरज उगने के समय या किसी भी शुभ मुहूर्त में पहनना चाहिए। इसे विशेष रूप से सोमवार को पहनना अधिक शुभ माना जाता है।

धारण की विधि: 

रुद्राक्ष को धारण करने के लिए, इसे सूती या लाल धागे में डालकर अपनी दाहिनी कलाई या गले में पहन सकते हैं। इसे ताजगी और श्रद्धा के साथ पहनें।

4. ध्यान और साधना:

ध्यान: 

रुद्राक्ष को पहनने के बाद, दिन में कुछ समय ध्यान और साधना करें। इसे ध्यान के समय अपने शरीर से निकालकर पूजा स्थल पर रख सकते हैं।

वृत्ति: 

रुद्राक्ष को नियमित रूप से ध्यान और पूजा के समय उपयोग करें। इसे कभी भी उथला या नापाक स्थान पर न रखें।

5. विशेष ध्यान:

सच्ची श्रद्धा: 

रुद्राक्ष को पहनने का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है सच्ची श्रद्धा और विश्वास। इसे ध्यान और पूजा के साथ नियमित रूप से पहनना चाहिए।

संगति: 

ध्यान रखें कि रुद्राक्ष को केवल एक व्यक्ति ही धारण करे, और इसे दूसरों के साथ साझा न करें।

निष्कर्ष:

12 मुखी रुद्राक्ष का सही तरीके से धारण करने से इसके धार्मिक, आध्यात्मिक, और भौतिक लाभ प्राप्त होते हैं। इसे सच्चे मन और श्रद्धा के साथ पहनने से जीवन में शांति, समृद्धि, और शक्ति आती है।

अतिरिक्त जानकारियां :

  • 12 मुखी रुद्राक्ष मनका काशी विश्वनाथ धाम में पवित्र ज्योतिर्लिंग से स्पर्श कराकर, विश्व प्रसिद्ध काशी के विद्वान् पंडितों द्वारा अभिमंत्रित किया जाता है। इस प्रक्रिया से इसे विशेष शक्ति और कल्याणकारी ऊर्जा प्राप्त होती है।
  • 12 मुखी रुद्राक्ष मनका को अभिमंत्रित और सिद्ध करने में 3 से 4 दिन का समय लग सकता है। इसलिए, सामग्री ऑर्डर प्राप्ति के 7 दिन बाद डिस्पैच की जाएगी। इस प्रक्रिया की सूचना आपको मैसेज, व्हाट्सएप या कॉल द्वारा दे दी जाएगी।
  • हमारी ओर से 12 मुखी रुद्राक्ष मनका पूर्णत: शुद्ध और अभिमंत्रित (सिद्ध) किया जाता है। हालाँकि, इसका परिणाम व्यक्ति की भावना और उद्देश्य पर निर्भर करता है। इसलिए, उद्देश्य सही होना आवश्यक है; अन्यथा, परिणाम प्राप्त नहीं हो सकता है। फल भगवान के हाथ में है।

 

Disclaimer : The photo used is for illustrative purposes only. Actual content may differ from this photo.

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