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13 Mukhi Rudraksh (अभिमंत्रित 13 मुखी रुद्राक्ष मनका)

Original price was: ₹30,000.00.Current price is: ₹16,909.00.

The 13 Mukhi Rudraksha is considered extraordinary and ideal for spiritual practices. It is believed to embody the blessings of Indra, the king of heaven, and Kamadeva, the god of love. Therefore, it holds the power to attract individuals. Additionally, it is highly beneficial for those lacking love or harmony in their domestic life.

13 मुखी रुद्राक्ष को अद्भुत और सिद्धि साधना के लिए उपयुक्त माना गया है। इसे स्वर्ग के राजा इंद्र और कामदेव का स्वरूप कहा जाता है। इसलिए, यह स्त्री-पुरुष को आकर्षित करने की शक्ति प्रदान करता है। साथ ही, जिनके जीवन में प्यार या गृहस्थ सुख की कमी हो, उनके लिए यह अत्यंत लाभकारी है।

Quantity

Benefits of 13 Faced Rudraksha : 

  1. This Rudraksha is associated with Venus and the Moon, bringing their blessings to the wearer.  
  2. It can also be worn to eliminate the adverse effects of Venus and the Moon.  
  3. Wearing it enhances one’s charm and beauty, akin to Kamadeva.  
  4. The 13 Mukhi Rudraksha helps awaken the Kundalini energy.  
  5. Those interested in meditation and spiritual practices can attain special powers through this Rudraksha.  
  6. It aids in addressing sexual disorders, low libido, sperm deficiencies, and impotence.  
  7. This Rudraksha is beneficial for managing issues related to the urinary and reproductive systems.  
  8. It also alleviates back pain, sciatica, pelvic pain, kidney problems, and muscle cramps.  

If Venus is weak or debilitated in the horoscope, wearing the 13 Mukhi Rudraksha proves beneficial. Being governed by Venus, this Rudraksha bestows wealth, luxury, marital bliss, and progeny. Additionally, it enhances financial stability and helps the wearer lead a prosperous life. It is particularly advantageous for individuals with Taurus or Libra zodiac signs.

How to Wear 13-Mukhi Rudraksha

To gain the full religious, spiritual, and material benefits of the 13-mukhi Rudraksha, it should be worn properly. Here is the method for wearing it:

1. Selection and Purification:

Purchase of Rudraksha: 

Ensure that the 13-mukhi Rudraksha is bought from a reliable and certified vendor.

Purification: 

After bringing the Rudraksha home, bathe it in Ganga water or purified water. This is believed to cleanse and sanctify the Rudraksha.

2. Worship and Abhisheka:

Abhisheka: 

Place the Rudraksha at a worship place and perform its abhisheka (ritual bathing) with cow’s milk, honey, Ganga water, or Panchamrit (a mixture of milk, yogurt, ghee, honey, and sugar).

Worship: 

Chant mantras and meditate while worshiping the Rudraksha. Use mantras like “Om Namah Shivaya” or “Om Hreem Kleem Mahadevaya Namah.” During the worship, place the Rudraksha on a clean cloth and offer a lamp and flowers.

3. Wearing Procedure:

Bathing and Cleanliness: 

Before wearing the Rudraksha, bathe your body to ensure complete cleanliness.

Optimal Time: 

It is best to wear the Rudraksha at sunrise or during an auspicious time. Monday is considered particularly auspicious for wearing it.

Method of Wearing: 

To wear the Rudraksha, string it with a cotton or red thread and place it on your right wrist or around your neck. Wear it with reverence and devotion.

4. Meditation and Practice:

Meditation: 

After wearing the Rudraksha, dedicate some time daily for meditation and spiritual practice. You may remove it during meditation and place it at the worship place.

Usage: 

Regularly use the Rudraksha during meditation and prayer times. Avoid placing it in impure or unclean locations.

5. Special Considerations:

True Devotion: 

The most crucial aspect of wearing the Rudraksha is genuine devotion and faith. Wear it regularly with meditation and prayer.

Personal Use: 

Ensure that the Rudraksha is worn by only one person and not shared with others.

Conclusion

Properly wearing the 13-mukhi Rudraksha can yield its religious, spiritual, and material benefits. Wearing it with true devotion and reverence can bring peace, prosperity, and power into one’s life.

Additional Information :

  • The 12-faced Rudraksha bead is consecrated by touching it to the sacred Jyotirlinga at Kashi Vishwanath Dham and is then blessed by the renowned scholars of Kashi. This process bestows it with special power and beneficial energy.
  • It may take 3 to 4 days to consecrate and empower the 12-faced Rudraksha bead. Therefore, the materials will be dispatched 7 days after the order is received. You will be informed about this process via message, WhatsApp, or call.
  • On our part, the 12-faced Rudraksha bead is completely purified and consecrated (empowered). However, its results depend on the individual’s intention and purpose. Therefore, it is essential for the purpose to be correct; otherwise, the desired results may not be achieved. The outcome is in the hands of God.

 

Detailed Information in Hindi : 

13 मुखी रुद्राक्ष के लाभ

  1. यह रुद्राक्ष शुक्र और चंद्रमा से जुड़ा हुआ है, जिससे इनके शुभ प्रभाव प्राप्त होते हैं।  
  2. शुक्र और चंद्रमा के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए इस रुद्राक्ष का उपयोग किया जा सकता है।  
  3. इसे धारण करने से व्यक्ति कामदेव के समान आकर्षण और सुंदरता प्राप्त करता है।  
  4. 13 मुखी रुद्राक्ष कुंडलिनी ऊर्जा को सक्रिय करने में सहायक होता है।  
  5. ध्यान और साधना में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को इससे विशेष सिद्धियां प्राप्त होती हैं।  
  6. यौन समस्याओं, कामेच्छा में कमी, शुक्राणुओं की कमी और नपुंसकता को यह रुद्राक्ष ठीक करने में सहायक है।  
  7. मूत्र और प्रजनन अंगों से जुड़ी समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए यह रुद्राक्ष लाभकारी है।  
  8. यह रुद्राक्ष कमर दर्द, साइटिका, पेल्विक दर्द, किडनी की समस्याओं और मांसपेशियों के ऐंठन को दूर करता है।  

यदि कुंडली में शुक्र कमजोर हो या अस्त हो, तो तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभकारी होता है। शुक्र ग्रह के स्वामी होने के कारण यह रुद्राक्ष धन, वैभव, दाम्पत्य और संतान सुख प्रदान करता है। साथ ही, तुला और वृषभ राशि के जातकों के लिए यह विशेष रूप से फायदेमंद होता है।

13 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने की विधि

13 मुखी रुद्राक्ष को सही तरीके से धारण करने से इसके सभी धार्मिक, आध्यात्मिक, और भौतिक लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। यहाँ इसकी धारण करने की विधि का विवरण प्रस्तुत है:

1. चयन और शुद्धिकरण:

रुद्राक्ष की खरीदारी: 

सुनिश्चित करें कि 13 मुखी रुद्राक्ष की खरीदारी एक विश्वसनीय और प्रमाणित विक्रेता से की जाए।

शुद्धिकरण: 

रुद्राक्ष को घर लाने के बाद, इसे गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं। इससे रुद्राक्ष को शुद्ध और पवित्र माना जाता है।

2. पूजा और अभिषेक:

अभिषेक: 

रुद्राक्ष को पूजा स्थल पर रखकर, इसका अभिषेक गाय के दूध, शहद, गंगाजल, या पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर) से करें।

पूजा: 

रुद्राक्ष की पूजा के लिए ध्यान और मंत्र जप करें। विशेष रूप से, “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ ह्लीं क्लीं महादेवाय नमः” जैसे मंत्रों का जप करें। पूजा के दौरान, रुद्राक्ष को एक शुद्ध वस्त्र पर रखें और दीपक और फूल अर्पित करें।

3. पहनने की विधि:

स्नान और स्वच्छता: 

रुद्राक्ष को पहनने से पहले, अपने शरीर को स्नान करके पूरी तरह से स्वच्छ करें।

सर्वोत्तम समय: 

रुद्राक्ष को सुबह-सुबह सूरज उगने के समय या किसी शुभ मुहूर्त में पहनना चाहिए। इसे विशेष रूप से सोमवार को पहनना अधिक शुभ माना जाता है।

धारण की विधि: 

रुद्राक्ष को धारण करने के लिए, इसे सूती या लाल धागे में डालकर अपनी दाहिनी कलाई या गले में पहन सकते हैं। इसे ताजगी और श्रद्धा के साथ पहनें।

4. ध्यान और साधना:

ध्यान: 

रुद्राक्ष को पहनने के बाद, दिन में कुछ समय ध्यान और साधना करें। इसे ध्यान के समय अपने शरीर से निकालकर पूजा स्थल पर रख सकते हैं।

वृत्ति: 

रुद्राक्ष को नियमित रूप से ध्यान और पूजा के समय उपयोग करें। इसे कभी भी उथला या नापाक स्थान पर न रखें।

5. विशेष ध्यान:

सच्ची श्रद्धा: 

रुद्राक्ष को पहनने का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है सच्ची श्रद्धा और विश्वास। इसे ध्यान और पूजा के साथ नियमित रूप से पहनना चाहिए।

संगति: 

ध्यान रखें कि रुद्राक्ष को केवल एक व्यक्ति ही धारण करे, और इसे दूसरों के साथ साझा न करें।

निष्कर्ष

13 मुखी रुद्राक्ष का सही तरीके से धारण करने से इसके धार्मिक, आध्यात्मिक, और भौतिक लाभ प्राप्त होते हैं। इसे सच्चे मन और श्रद्धा के साथ पहनने से जीवन में शांति, समृद्धि, और शक्ति आती है।

अतिरिक्त जानकारियां :

  • 12 मुखी रुद्राक्ष मनका काशी विश्वनाथ धाम में पवित्र ज्योतिर्लिंग से स्पर्श कराकर, विश्व प्रसिद्ध काशी के विद्वान् पंडितों द्वारा अभिमंत्रित किया जाता है। इस प्रक्रिया से इसे विशेष शक्ति और कल्याणकारी ऊर्जा प्राप्त होती है।
  • 12 मुखी रुद्राक्ष मनका को अभिमंत्रित और सिद्ध करने में 3 से 4 दिन का समय लग सकता है। इसलिए, सामग्री ऑर्डर प्राप्ति के 7 दिन बाद डिस्पैच की जाएगी। इस प्रक्रिया की सूचना आपको मैसेज, व्हाट्सएप या कॉल द्वारा दे दी जाएगी।
  • हमारी ओर से 12 मुखी रुद्राक्ष मनका पूर्णत: शुद्ध और अभिमंत्रित (सिद्ध) किया जाता है। हालाँकि, इसका परिणाम व्यक्ति की भावना और उद्देश्य पर निर्भर करता है। इसलिए, उद्देश्य सही होना आवश्यक है; अन्यथा, परिणाम प्राप्त नहीं हो सकता है। फल भगवान के हाथ में है। 

 

Disclaimer : The photo used is for illustrative purposes only. Actual content may differ from this photo.

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