Product Description in Hindi :
बीसा यंत्र के लाभ:
1. ग्रहों के प्रभाव से सुरक्षा: बीसा यंत्र अनुभवी ज्योतिषियों द्वारा अभिमंत्रित किया जाता है और विभिन्न ग्रहों के शुभ और अशुभ प्रभावों से सुरक्षा प्रदान करता है।
2. समृद्धि और सुख: इस यंत्र का उपयोग करने से व्यक्ति को समृद्धि और सुख की प्राप्ति में मदद मिल सकती है।
3. दोष निवारण: बीसा यंत्र के उपयोग से व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों के अनुकूलता में सुधार हो सकता है और दोष निवारण हो सकता है।
बीसा यंत्र का उपयोग कैसे करें:
1. स्थापना: यंत्र को शुभ और स्थिर स्थान पर रखें, जैसे कि अपने घर के पूजा कक्ष में।
2. मंत्र जाप: बीसा यंत्र के सामने बैठकर उसके मंत्रों का नियमित रूप से जप करें। इससे यंत्र की शक्ति में वृद्धि होती है।
3. ध्यान और पूजा: यंत्र के सामने ध्यान करें और उसे दीपक, धूप, फूल, फल आदि से पूजित करें।
4. नियमितता: बीसा यंत्र के सामने नियमित रूप से इसका उपयोग करना शुभ होता है, जो ग्रहों के प्रभाव को संतुष्ट करने में सहायक हो सकता है।
बीसा यन्त्र के लिए निम्नलिखित मंत्र हैं :
1. बीसा यन्त्र मंत्र:
“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं श्रीं नमः”
2. नवग्रह मंत्र:
– सूर्य (Sun): “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः”
– चंद्र (Moon): “ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः”
– मंगल (Mars): “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः”
– बुध (Mercury): “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः”
– गुरु (Jupiter): “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः”
– शुक्र (Venus): “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः”
– शनि (Saturn): “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः”
– राहु (North Node): “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः”
– केतु (South Node): “ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः”
इन मंत्रों को बीसा यन्त्र के साथ जाप करने से ग्रहों के प्रभाव को संतुष्ट किया जा सकता है और उनकी शुभता में सुधार हो सकता है। बीसा यंत्र का उपयोग करके व्यक्ति अपने जीवन में ग्रहों के प्रभाव को संतुष्ट कर सकता है और सुरक्षा और समृद्धि प्राप्त कर सकता है।
अतिरिक्त जानकारियां :
श्री बीसा यन्त्र को विश्व विख्यात काशी के विद्वान् ब्राह्मणों द्वारा अभिमंत्रित किया जाता है ।
श्री बीसा यन्त्र को अभिमंत्रित और सिद्ध करने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है । इस वजह से सामग्री ऑर्डर प्राप्ति से 3 दिन बाद डिस्पैच की जाएगी जिसकी सूचना मैसेज, व्हाट्सअप या कॉल द्वारा दे दी जाएगी ।
हमारी तरफ से श्री बीसा यन्त्र को पूर्णतः शुद्ध और अभिमंत्रित (सिद्ध) करके दिया जाता है, इसका परिणाम व्यक्ति की भावना, उद्देश्य एवं सदुपयोग पर निर्भर करता है । श्री बीसा यन्त्र को उपयोग करने की सम्पूर्ण विधि इसके लाभ और सम्पूर्ण जानकारियां ऊपर दी हुई हैं जिससे स्थापित करने वाले के मन में कोई संशय न रहे। पूर्ण विधि व्यापार वृद्धि यंत्र के साथ ही प्रदान की जाएगी। 100 में से 99 लोगों को इसका अच्छा परिणाम मिलता है। व्यक्ति किस उद्देश्य या भावना के साथ इसे धारण करना चाहता है, यह उसकी नीयत, गृह दशाएं, भाग्य एवं प्रारब्ध पर निर्भर करता है। यदि उद्देश्य या भावना सही नहीं है और प्रकृति या भगवान् की मर्जी किसी काम में नहीं रहती है तो इसका परिणाम नहीं भी मिल पाता है। इसका परिणाम मिलना न मिलना भगवान् के हाथ में है। हम भगवान् के सेवक मात्र हैं, कर्म करना हमारा काम है फल देना ईश्वर के हाथ में है। कोई भी सामग्री या वस्तु आपकी सहायता मात्र के लिए है। पूर्णतः सामग्रियों या उपायों के अधीन न रहें, धन्यवाद ।
Disclaimer : The photo used is for illustrative purposes only. Actual content may differ from this photo.
Product description in English :
Benefits of Beesa Yantra:
1. Protection from Planetary Influences: Beesa Yantra, consecrated by experienced astrologers, helps protect from various beneficial and malefic effects of planets.
2. Prosperity and Happiness: Using this yantra may assist individuals in achieving prosperity and happiness.
3. Dosha Nivaran (Remedies): Beesa Yantra usage may help mitigate doshas (flaws) in an individual’s horoscope, bringing about rectifications.
How to Use Beesa Yantra:
1. Installation: Place the yantra in a clean and stable place, such as your home’s prayer room.
2. Mantra Chanting: Regularly chant the yantra’s specific mantras while sitting in front of it to enhance its power.
3. Meditation and Worship: Meditate in front of the yantra and perform worship rituals with lamps, incense, flowers, fruits, etc., showing devotion and dedication.
4. Consistency: Regularly using the Beesa Yantra can be beneficial, helping to appease planetary influences.
Mantras for Beesa Yantra:
1. Beesa Yantra Mantra:
“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं श्रीं नमः”
“Om Aim Hreem Kleem Shreem Namah”
2. Navagraha Mantras:
– Sun (Surya): “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः”
– Moon (Chandra): “ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः”
– Mars (Mangal): “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः”
– Mercury (Budh): “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः”
– Jupiter (Guru): “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः”
– Venus (Shukra): “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः”
– Saturn (Shani): “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः”
– Rahu (North Node): “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः”
– Ketu (South Node): “ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः”
Regularly chanting these mantras in conjunction with the Beesa Yantra may help appease planetary influences and improve their beneficence. Using the Beesa Yantra empowers individuals to mitigate the effects of planets, enhancing security and prosperity in life.